File size: 5,355 Bytes
11966e0
 
 
 
1
2
3
4
5
कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के साथ-साथ जन संवाद और जनभागीदारी भी, टीकाकरण की सफलता का बहुत बड़ा पहलू है। हिमाचल में तो पहाड़ के इर्द-गिर्द बोलियां तक पूरी तरह से बदल जाती हैं। ज्यादातर हिस्सा ग्रामीण है। जहां आस्था जीवन का एक अटूट हिस्सा है। जीवन में देवी-देवताओं की भावनात्मक उपस्थिति है। थोड़ी देर पहले कुल्लू जिला के मलाणा गांव की बात यहां हमारी बहन ने बताई। मलाणा ने लोकतंत्र को दिशा देने में, ऊर्जा देने में हमेशा से अहम भूमिका निभाई है। वहां की टीम ने विशेष कैंप लगाया, तार-स्पैन से टीके का बॉक्स पहुंचाया और वहां के देवसमाज से जुड़े महत्वपूर्ण व्यक्तियों को विश्वास में लिया। जन-भागीदारी और जनसंवाद की ऐसी रणनीति शिमला के डोडरा क्वार, कांगड़ा के छोटा-बड़ा भंगाल, किन्नौर, लाहौल-स्पीति और पांगी-भरमौर जैसे हर दुर्गम क्षेत्र में भी काम आई।

गांव और कम्यूनिटी को जोड़ने के कितने सार्थक परिणाम मिल सकते हैं, इसका बड़ा उदाहरण जल जीवन मिशन है। आज हिमाचल के उन क्षेत्रों में भी नल से जल आ रहा है, जहां कभी ये असंभव माना जाता था। यही अप्रोच वन संपदा को लेकर भी अपनाई जा सकती है। इसमें गांव में जो हमारी बहनों के स्वयं सहायता समूह हैं, उनकी भागीदारी को बढ़ाया जा सकता है। विशेष रूप से जड़ी-बूटियों, सलाद, सब्जियों को लेकर हिमाचल के जंगलों में बहुत संभावनाएं हैं, जिनकी डिमांड निरंतर बढ़ती जा रही है। इस संपदा को हमारी परिश्रमी बहनें, वैज्ञानिक तरीकों से कई गुना बढ़ा सकती हैं। अब तो ई-कॉमर्स के नए माध्यम से हमारी बहनों को नए तरीके भी मिल रहे हैं। इस 15 अगस्त को मैंने लाल किले से कहा भी है, कि केंद्र सरकार अब बहनों के स्वयं सहायता समूहों के लिए विशेष ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बनाने वाली है। इस माध्यम से हमारी बहनें, देश और दुनिया में अपने उत्पादों को बेच पाएंगी। सेब, संतरा, किन्नु, मशरूम, टमाटर, ऐसे अनेक उत्पादों की हिमाचल की बहनें देश के कोने-कोने में पहुंचा पाएंगी। केंद्र सरकार ने 1 लाख करोड़ रुपए का एक विशेष एग्री- इंफ्रास्ट्रक्चर फंड भी बनाया है। बहनों के स्वयं सहायता समूह हों, किसान उत्पादक संघ हों, वो इस फंड की मदद से अपने गांव के पास ही कोल्ड स्टोरेज या फिर फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगा सकते हैं। इससे अपने फल-सब्जी के भंडारण के लिए उनको दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। हिमाचल के परिश्रमी हमारे किसान-बागबान इसका अधिक से अधिक लाभ उठाएंगे, इसका मुझे पूरा विश्वास है।