MUTANT / pib /10027.txt
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सितंबर, 2018 में औद्योगिक उत्‍पादन सूचकांक (आईआईपी) 128.6 अंक रहा, जो सितंबर, 2017 के मुकाबले 4.5 फीसदी ज्‍यादा है। इसका मतलब यही है कि सितंबर, 2018 में औद्योगिक विकास दर 4.5 फीसदी रही। उधर, अप्रैल-सितंबर, 2018 में औद्योगिक विकास दर पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 5.1 फीसदी आंकी गई है।सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्‍वयन मंत्रालय के केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा सितंबर, 2018 के लिए जारी किये गये औद्योगिक उत्‍पादन सूचकांक के त्‍वरित आकलन (आधार वर्ष 2011-12=100) से उपर्युक्‍त जानकारी मिली है। 14 स्रोत एजेंसियों से प्राप्‍त आंकड़ों के आधार पर आईआईपी का आकलन किया जाता है। औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी), केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और उर्वरक विभाग भी इन एजेंसियों में शामिल हैं।सितंबर, 2018 में खनन, विनिर्माण (मैन्‍युफैक्‍चरिंग) एवं बिजली क्षेत्रों की उत्‍पादन वृद्धि दर सितंबर, 2017 के मुकाबले क्रमश: 0.2 फीसदी, 4.6 फीसदी तथा 8.2 फीसदी रही। उधर, अप्रैल-सितंबर 2018 में इन तीनों क्षेत्रों यानी सेक्‍टरों की उत्‍पादन वृद्धि दर पिछले वित्‍त वर्ष की समान अवधि की तुलना में क्रमश: 3.3, 5.3 तथा 6.2 फीसदी आंकी गई है।उद्योगों की दृष्टि से विनिर्माण क्षेत्र के 23 उद्योग समूहों (दो अंकों वाली एनआईसी-2018 के अनुसार) में से 17 समूहों ने सितंबर, 2017 की तुलना में सितंबर, 2018 के दौरान धनात्मक वृद्धि दर दर्ज की है। इस दौरान ‘फर्नीचर के विनिर्माण’ ने 32.8 प्रतिशत की सर्वाधिक धनात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसके बाद ‘पहनने योग्‍य परिधान’ का नम्‍बर आता है जिसने 20.9 प्रतिशत की धनात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है। फर्नीचर को छोड़कर लकड़ी और कॉर्क की लकड़ी एवं उत्पादों के निर्माण की वृद्धि दर 20.6 प्रतिशत आंकी गई है। वहीं, दूसरी ओर 'रिकॉर्डेड मीडिया की प्रिंटिंग एवं रिप्रोडक्‍शन’ ने (-) 12.9 प्रतिशत की सर्वाधिक ऋणात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसके बाद ‘अन्य विनिर्माण’ और ‘तम्‍बाकू उत्‍पादों के विनिर्माण’ नामक उद्योग समूहों का नम्‍बर आता है जिन्‍होंने क्रमश: (-) 10.7 और (-) 7.3 प्रतिशत की ऋणात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है।उपयोग आधारित वर्गीकरण के अनुसार सितंबर, 2018 में प्राथमिक वस्‍तुओं (प्राइमरी गुड्स), पूंजीगत सामान, मध्‍यवर्ती वस्‍तुओं एवं बुनियादी ढांचागत/निर्माण वस्‍तुओं की उत्‍पादन वृद्धि दर सितंबर 2017 की तुलना में क्रमश: 2.6 फीसदी, 5.8 फीसदी, 1.4 फीसदी और 9.5 फीसदी रही। जहां तक टिकाऊ उपभोक्‍ता सामान का सवाल है, इनकी उत्‍पादन वृद्धि दर सितंबर, 2018 में 5.2 फीसदी रही है। वहीं, दूसरी ओर गैर-टिकाऊ उपभोक्‍ता सामान की उत्‍पादन वृद्धि दर सितंबर, 2018 में 6.1 फीसदी रही।इस प्रेस विज्ञप्ति से जुड़ी सूचना मंत्रालय की वेबसाइट http://www.mospi.nic.in पर भी उपलब्ध है।विवरण I: औद्योगिक उत्पादन सूचकांक- क्षेत्रवार(आधार वर्ष : 2011-12=100)माहखननविनिर्माणविद्युतसामान्य(14.372472)(77.63321)(7.994318)(100)2017-182018-192017-182018-192017-182018-192017-182018-19अप्रैल98.8102.6117.3123.1150.6153.7117.3122.6मई101.7107.6125.6130.1158.1164.7124.8129.6जून98.5104.9120.3128.6147.4159.9119.3127.7जुलाई92.495.5119.3127.6151.9162.1118.0125.7अगस्त92.692.1124.1130.4155.4167.2122.1127.8सितंबर*94.494.6125.6131.4150.5162.9123.1128.6अक्टूबर100.8123.7149.8122.5नवंबर107.7127.7140.1125.8दिसंबर115.5132.0143.9130.6जनवरी114.7133.8149.5132.3फरवरी110.1129.7136.1127.4मार्च131.6140.2156.7140.3औसतन अप्रैल-सितंबर96.499.6122.0128.5152.3161.8120.8127.0पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में वृद्धि दर सितंबर*7.60.23.84.63.48.24.14.5अप्रैल-सितंबर3.93.32.05.35.76.22.65.1* सितंबर 2018 से जुड़े सूचकांक त्वरित अनुमान हैंनोट : जून, 2018 और अगस्त, 2018 से जुड़े सूचकांकों में अद्यतन उत्पादन आंकड़े शामिल हैं औद्योगिक उत्पादन सूचकांक से जुड़ी विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए अंग्रेजी का अनुलग्नक यहां क्लिक करें  ***आर.के.मीणा/अर्चना/आरआरएस/एसकेपी-11165