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बढ़ती उम्र के साथ ऑस्टियो अर्थराइटिस की समस्या भी बढ़ती जा रही है। इस प्रकार की अर्थराइटिस में जोड़ों के कार्टिलेज घिस जाते हैं और उनमें चिकनाहट कम होने लगती है। इस स्थिति को सहज मेडिकल भाषा में ऑस्टियो अर्थराइटिस कहते हैं। सामान्यत: मिडिल एज यानी 40 से 50 या इससे अधिक उम्र वाले लोगों में इस बीमारी के होने की आशंकाएं ज्यादा होती हैं। आज हम आपको बता रहे हैं ऑस्टियो अर्थराइटिस के लक्षण, कारण और उपचार का तरीका।
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ऑस्टियो अर्थराइटिस बचाव के उपाय।एक्सरसाइज करें।ऑस्टियो अर्थराइटिस के दर्द को दूर करने के लिए एक्सरसाइज करें। यह क्षतिग्रस्त जोड़ों के आसपास की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। वैसे एक्सरसाइज ऑस्टियो अर्थराइटिस में कई अर्थों में उपयोगी होता है। सबसे पहले, यह जोड़ों के आसपास की पेशी का समर्थन मजबूत करता है। और जोड़ों में सुधार और जोड़ों की गतिशीलता बनाये रखता है। ।थेरेपी।दर्द से छुटकारा पाने के लिए दवा लेना ही काफी नहीं होता। इसके अलावा भी कई ऐसी थेरेपी हैं, जो बिना दवा के ही आपको दर्द से मुक्ति दिला सकती हैं। फिजियोथेरेपी ऐसी ही एक थेरेपी है। इसमें इलाज का एक अलग तरीका होता है, जिसमें एक्सरसाइज, हाथों की कसरत, पेन रिलीफ मूवमेंट द्वारा दर्द को दूर किया जाता है। यह थेरेपी एक तरीके से शरीर को तरोताजा करने का काम करती है। ।मसाज।मसाज ऑस्टियो अर्थराइटिस के दर्द में कमी लाने में बहुत फायदेमंद होता है। इससे जोड़ों के आसपास की मांसपेशियों में लचीलापन और मजबूती आती है। ।अर्थराइटिस के मामले में अनेक लोग भ्रांतियों के शिकार हैं, जिनका तथ्यों की रोशनी में निराकरण करना जरूरी है।
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तथ्य: हालांकि अर्थराइटिस से संबंधित ज्यादातर समस्याएं बुजुर्ग लोगों में देखी जाती हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सिर्फ बुजुर्ग लोग ही इससे प्रभावित हो सकते हैं। अब हमारे पास ऑस्टियो अर्थराइटिस से ग्रस्त ऐसे मरीज भी आ रहे हैं, जिनकी उम्र 30 से 40 साल के बीच है। आरामतलब जीवनशैली, मोटापा और जंक फूड्स खाना कुछ ऐसे कारक हैं जो युवा पीढ़ी में अर्थराइटिस के मामलों को बढ़ा रहे हैं।
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तथ्य: यदि आपको दर्द रहता है तो भी आपको व्यायाम करना चाहिए। व्यायाम आपके जोड़ों को अधिक लचीला बनाने में मदद करता है, जिससे आपको अर्थराइटिस के दर्द से राहत मिलती है। आप अपने डॉक्टर से बात करें। वह आपको कुछ ऐसे साधारण व्यायाम करने की सलाह दे सकते हैं जो आपके।जोड़ों के लिए फायदेमंद होंगे। अर्थराइटिस के दर्द से राहत पाने के लिए कुछ बेहतरीन व्यायामों में तैराकी, स्ट्रेंग्थ ट्रेनिंग, तेज चलना और योग शामिल हैं।
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