|
खिलाने आती है टीमइसी बारे में निगम पार्षद दिनेश कुशवाहा ने बताया कि हिंदू धर्म में कौवे हमारे पूर्वजों की पहचान हैं। इनके लिए काम करना पुण्य का काम है। हमारी टीम हर दिन कौवों को खिलाने के लिए आती है। उन्होंने बताया कि हिंदू धर्म के हिसाब से कौवे हमारे पूर्वज का रूप होते हैं। संगठन ने कौवों को बचाने का एक और कारण पितृपक्ष बताया। चंद्रमा के हिसाब से पितृपक्ष के इन 16 दिनों में पूर्वजों की आत्मा को शांति देने के लिए हिंदू पितृपक्ष मनाते हैं। इसे श्राद्ध पक्ष भी कहते हैं। यह सोमवार 24 सितंबर से शुरू होकर आठ अक्टूबर तक चलेगा।
|