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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश सरकार के एक वर्ष पूरे होने के अवसर पर आज धर्मशाला में जन आभार रैली को संबोधित किया। इससे पहले उन्होंने सरकारी योजनाओं पर आयोजित एक प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से बातचीत भी की।प्रधानमंत्री ने विशाल जन समुदाय को संबोधित करते हुए आध्यात्मिकता और वीरता की भूमि के रूप में हिमाचल प्रदेश की प्रशंसा की। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के राज्य के साथ विशेष संबंध का स्मरण किया। प्रधानमंत्री ने अपनी योजनाओँ के माध्यम से सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों तक पहुंचने के लिए राज्य सरकार की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अगली पीढ़ी को ध्यान में रखते हुए अवसंरचना निर्माण पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में राजमार्ग, रेल, ऊर्जा, सौर ऊर्जा और पेट्रोलियम क्षेत्र की विभिन्न परियोजनाएं निर्माण की प्रक्रिया में हैं।प्रधानमंत्री ने राज्य की पर्यटन क्षमता के संबंध में विस्तार से चर्चा की। इस संदर्भ में उन्होंने भारत में विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि का उल्लेख किया। देश में विदेशी पर्यटकों की संख्या 2013 में 70 लाख थी जो 2017 में एक करोड़ हो गई है। इसी प्रकार 2013 में अनुशंसित होटलों की संख्या लगभग 1200 थी जो बढ़कर 1,800 हो गई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 40 सालों से हमारे पूर्व सैनिक वन रैंक वन पेंशन चाहते थे। उन्होंने कहा कि जब उनकी सरकार बनी तो सभी मामलों और आवश्यक संसाधनों पर विचार किया गया। इसके पश्चात हमारे पूर्व सैन्यकर्मियों का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए ओआरओपी को लागू किया गया। प्रधानमंत्री ने स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता के लिए हिमाचल प्रदेश के लोगों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि लोगों ने स्वच्छता को संस्कार (संस्कृति) के रूप में स्वीकार कर लिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे पर्यटन क्षेत्र को भी लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री ने केन्द्र सरकार द्वारा भ्रष्टाचार को समाप्त करने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के जरिए भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई गई है और इससे लगभग 90 हजार करोड़ रुपये की बचत हुई है। ***आर.के.मीणा/एएम/जेके/डीए -11918