दादा का सपना पोते ने पूरा कियामहिपाल की किस्मत चमकी तो उनके चाहने वालों के भी चेहरे खिल उठे हैं। उनके दादा उम्मेद सिंह लोमरोड़ ने भी सपना देखा था कि उनका पोता ऊंचाइयों को छुए। पोते महिपाल ने यह कर दिखाया। पुलिस में एसआई उम्मेद सिंह ने मात्र 2 वर्ष की उम्र में ही महिपाल को बैट थमा दिया था। महिपाल ने भी दादा को निराश नहीं किया। क्रिकेटर बनने को ही जीवन का लक्ष्य बना लिया। महिपाल ने क्रिकेट के शुरुआती गुर नागौर में ही सीखे।