कांढोस पार्टी के लोर्णा ने स्याना और बलिदान दिया है इस देश के लिए। स्वतंत्रता संदृग्राम से हिंदू शहीद हुए, मुसलमान शहीद हुए, ईसाई शहीद हुए, बांतूध और जैन शहीद हुए, कई जातियों के लोटा शहीद हुए, पुरुष शहीद हुए, महिलाएं शहीद हुईं। हमारे देश की धरती से हर धम, हर जाति का खून मिला हुआं E1, इसे अलण कोई नही कर 1131311 महात्मच्चा आंधी जी ने अटोजाँ के संखिया के खिलाफ चमपारण के किसानो को एकजुट किया। सरदार पटेल ने वारदोली से किसानौ को एकजुट किया आंर जवाहर लाल नहरु जी ने ठत्तर प्रदेश की धरती पर ठत्तर प्रदेश के किसानौ को एकजुट करके स्वतंत्रता संदृग्राम को शक्ति दो। इसी तरह से मजदूरों के भी बढे…बट्ठे आंदोलन हुए। हम इसे कांढोसं पर मर्व हीता चाहिए, जिसंन हमे अपन देश की विभिन्ज धाराआं को एकबितं करके, हमे एक एसा स्वतंत्रता संदृग्राम दिया, जिसंके दवारा आंज हम आंजाद आरतं से खडे हो संकते E11 हम ठन संक्षी शहीदो के बलिदान पर मर्व होना चाहिए, जिमा-होने 311 स्वतंत्रता संदृग्राम से अपता जीवन दिया लेकिन संबसे बडा मर्व हम इसे बाल पर होना चाहिए कि जो आंदोलन 31113111 पाती दवारा चलाया बाया, जिसंके जरिए हम आंजाद्री मिली, तो विश्व से एसा पहला आंदोलन था, पूरे विश्च से पहला आंदोलन था, जो अहिसा आंर सत्य पर आंधारितं था। तंब तक जित्तनौ हुकूमतें आंर जित्तन साम्राज्य का शिकस्त हुआं था, तो संब हिसंक आंदोलन से हुआं था, ठनके जरिए हुआं था। ये पहला था, जिसमे अहिसा के माध्यम से एक साम्राजय को शिकस्त किया बाया। देश का नौजवान ठठ रहा E1, ठसंक्री आंवाज ठठ रहीं E1, लेकिन संरकार सुनवाई नहीं 31131 चाहती। संवार दमन आंर भय दवारा ठन 3113131 को बद 31131 चाहती E11 जब… उब देश से महान संकट पैदा होता E1, जब…जब दमन की ताकत से लोदृगों को डराया 3131 E1, जब…जब क्षारतं माता की आंवाज को रोका 3131 E1, तंब-तंब कग्रेढोसं होती E1 आंर संघर्ष की चुनौती स्वीकार करती E11 जब-जब नय का प्ताहोंल फैलाया जाता है, त्तब-त्तब काढोसे का कार्यकर्ता खडच्चा होता है, क्योकि हम ठसे विचारधारा से की है, जो अहिंसा, करुणा और सत्य पर उगांप्रारिल है। यहीं" पर हमारा प्रयास 3, कि हम सणठन को मजबूत करें। बहुल लंबा काम 3, समय लटाप्ता 3| हर जिले से जा…ऱऩाकर, हर णांव मे, हर टलॉक से मा…ऱऩाकर कांढोस की आवाज मजबूत करमा, कांढोस के कार्यकर्ताओं को ढूंढ़ऩा, नौजवानो को जोडना, ये आपका और हमारा काम 3| हनन छोटी सी शुरुआत की 3, आपके समर्थन और आपकी सहायता के बिना ये कार्य पूरा नहीं हो सकता। तो में अऱपसे आवाह करना चाहती हूँ कि जीप सब दिऩ-रात्त संघर्ष करें, सामर्पित्त हों।